Sad Poetry | Poetry | Sad Poetry Urdu | 2 Line Poetry | Hindi Poetry | Love Poetry | Whatsapp Status | Joun Alia | Mohsin Naqvi |Shayari | Sad Shayari |Ahmed Faraz
اس نے توڑا میرا دل اس سے کوئی شکائیت نہیں
یہ اس کی امانت تھی ، اسے اچھا لگا سو توڑ دیا
उसने मेरा दिल तोड़ दिया। मुझे इसकी कोई शिकायत नहीं है
यह उनका विश्वास था, उन्होंने इसे पसंद किया और इसे तोड़ दिया
گلے ملتے ہیں جب کبھی دو بچھڑے ہوئے ساتھی
ہم بے سہاروں کو بڑی تکلیف ہوتی ہے
जब दो बछड़े दोस्त हों तो गले लगाएं
हम, असहाय, बहुत पीड़ित हैं
رہنے دے یہ کتاب تیرے کام کی نہیں
اس میں لکھے ہوئے ہیں وفاؤں کے تذکرے
इस पुस्तक को आपके किसी काम का न होने दें
इसमें निष्ठा की कहानियाँ हैं
قابل دید آنکھیں اور ان آنکھوں سے
خود ہی پامال ہوئے خود ہی تماشا دیکھا
दृश्यमान आंखें और उन आंखों के साथ
खुद से त्रस्त होकर, उसने खुद तमाशा देखा
رات دروازے پہ کتنی دستکوں کے نشان تھے
پھر وہی پاگل ہَوا تھی ، پھر مجھ سے دھوکہ ہوا
रात को दरवाजे पर इतने खटखटाने के निशान थे
फिर वह पागल हो गई, तब मुझे धोखा हुआ
نیند آتی نہ تھی جس کو میری صورت دیکھے بغیر
آج وہ لوگوں سے کہتا ہے یہ شخص دیکھا سا لگتا ہے
मैं अपना चेहरा देखे बिना सो नहीं सका
आज वह लोगों को बताता है कि वह एक आदमी की तरह दिखता है
سب کچھ مل جاتا ہے اس دنیا میں فراز
فقط وہ شخص نہیں ملتا جس سے محبت ہو
इस संसार में सब कुछ मिल जाता है
आप किसी ऐसे व्यक्ति से नहीं मिल सकते जिसे आप प्यार करते हैं
کون خریدے گا ہیروں کے دام تیرے آنسو
وہ جو درد کا تاجر تھا شہر چھوڑ گیا
हीरे की कीमत के लिए आपके आँसू कौन खरीदेगा?
दर्द व्यापारी शहर छोड़ दिया
یوں وفاؤ ں کے سلسلے مسلسل نہ رکھ کسی سے
لوگ اک خطا کے بدلے ساری وفائیں بھول جاتے ہیں
इस प्रकार, किसी के प्रति वफादारी की श्रृंखला न रखें
लोग एक गलती के लिए सभी वफादारी भूल जाते हैं
تیری تمنا ، تیرا انتظار اور تنہا سا میں
تھک کر مسکرا دیا جب رو نہیں پایا
आपकी इच्छा, आपका इंतजार और एकांत में
जब वह रो नहीं सकती थी तो वह मुस्कुराता था
عشق وہ کھیل نہیں جو چھوٹے دل والے کھیلیں
روح تک کانپ جاتی ہے صدمے سہتے سہتے
प्यार कोई खेल नहीं है जो छोटे दिल खेलते हैं
आत्मा सदमे से कांपती है
نہیں ہے سنگ کوئی ہمسفر تو کیا ہوا
خاموشیاں ، ویرانیاں ، رسوائیاں تو ہیں
कोई साथी नहीं है। क्या हुआ?
वहां सन्नाटा, सूनापन, अपमान है
میرے ساتھ وہ رہے گا تو زمانہ کیا کہے گا
میری اک یہی تمنا ، اسے اک یہی بہانہ
अगर वह मेरे साथ रहे, तो समय क्या कहेगा?
यही मेरी एकमात्र इच्छा है, यही मेरा बहाना है
خیال یار میں نیند کا تصور کیسا
آنکھ لگتی ہی نہیں جب سے ہے آنکھ لگی
आप नींद की कल्पना कैसे करते हैं?
आंख नहीं है क्योंकि आंख वहां है
یاد آتے ہیں آج اُف گناہ کیا کئے
پہلا کہ محبت کر لی آخری یہ کہ تجھ سے کر لی
याद करो आज हमने क्या किया
पहला प्यार करना है, आखिरी आपको प्यार करना है
کرو پھر سے کوئی وعدہ کبھی نہ پھر بچھڑنے کا
تمہیں کیا فرق پڑتا ہے ، بچھڑنے میں مکرنے میں
फिर कभी ना टूटने का वादा
थूकने से आपको क्या फर्क पड़ता है?
وہ جسے سمجھا تھا زندگی ، میری دھڑکنوں کا فریب تھا
مجھے مسکرانا سکھا کے وہ میری روح تک کو رلا گیا
उसने सोचा था कि जीवन मेरे दिल की धड़कन का धोखा था
मुझे मुस्कुराना सिखाना मेरी आत्मा को रुला गया
تمام شہر کا موضوع گفتگو ہے وہی
اسے کہنا بہت عام ہو رہا ہے وہ
पूरे शहर का विषय एक ही है
यह कहना बहुत आम हो रहा है
عمر بھررہے تیری جستجو میں ہم
تو نہ ملا کسی کافر کو جنت کی طرح
हम सदियों से आपको खोज रहे हैं
तुम्हें स्वर्ग जैसा कोई अविश्वास नहीं मिला
اک وہ ظالم جو دل میں رہ کر بھی میرا نہ بن سکا
اور دل وہ کافر جو مجھ میں رہ کر بھی اس کا ہو گیا
एक ऐसा अत्याचारी जो दिल में रहते हुए भी मेरा नहीं बन सका
और जो अविश्वास मुझ में बना रहा, उसका हृदय उसका हो गया
کبھی کافر کبھی مجرم بنا شہر منافق میں
سزائے موت لی اس نے یہاں جس نے وفا مانگی
कभी पाखंडी तो कभी पाखंडी शहर का अपराधी
जिसने निष्ठा मांगी, उसे यहीं मौत की सजा सुनाई गई
ہم نے کہا اگر بھول جاؤ ہمیں تو کمال ہو جائے
ہم نے تو فقط بات کی اس نے کمال کر دیا
हमने कहा, "अगर आप भूल गए तो हम ठीक हो जाएंगे।"
हमने सिर्फ बात की और यह काम कर गया
محبت دیکھی میں نے زمین کے لوگوں کی وصی
جہاں کچھ دام زیادہ ہوں وہاں لوگ بک جاتے ہیں
मैंने धरती के लोगों का प्यार देखा
लोगों को बाहर बेचा जाता है जहां कीमतें अधिक हैं
اسے تو کھو دیا اب نجانے کس کو کھونا ہے
لکیروں میں جدائی کی علامت اب بھی باقی ہے
उसने इसे खो दिया, अब वह नहीं जानता कि किसे खोना है
लाइनों में अलगाव का संकेत अभी भी बना हुआ है
وہ چلا گیا مجھے چھوڑ کر میں بدل نہ پایا عادتیں
اسے سوچنا اسے چاہنا میرا آج بھی معمول ہے
उसने मुझे छोड़ दिया और मैं अपनी आदतें नहीं बदल सका
मेरे लिए अभी भी इसके बारे में सोचना और इसे पसंद करना सामान्य है
حیرت تو یہ ہے کہ تو بھی کمسن تو نہیں ہے
پھر کیوں میں تیرے ہاتھوں میں کھلونوں کی طرح ہوں
हैरानी की बात है कि आप नाबालिग नहीं हैं
फिर मैं तुम्हारे हाथों के खिलौने की तरह क्यों हूँ?
غم کی جاگیر وراثت میں ملی مجھ کو
اپنی جاگیر میں رہتا ہوں نوابوں کی طرح
मुझे दुःख की संपदा विरासत में मिली
मैं नवाबों की तरह अपनी जागीर में रहता हूं
نہ ہاتھ تھام سکے نہ پا سکے دامن
بہت قریب سے اٹھ کر بچھڑ گیا کوئی
हाथ या पैर पकड़ नहीं सका
कोई बहुत पास जाकर खड़ा हो गया
وہ اس قدر اپنی ذات میں الجھا رہا محسن
کہ وہ کس کس کو بھول گیا اسے خبر نہ ہوئی
वह खुद को मोहसिन में उलझाए हुए था
वह नहीं जानता था कि वह किसे भूल गया है
لوگ شامل تھے اور بھی لیکن
دل تیری کوششوں سے ٹوٹا ہے
लोग शामिल थे, लेकिन यह भी
आपके प्रयासों से आपका दिल टूट गया है
مل جائے گا ہم کو بھی کوئی ٹوٹ کے چاہنے والا
اب شہر کا شہرتو بے وفا نہیں ہوتا
हमें कोई ऐसा व्यक्ति भी मिलेगा जो टूटने के लिए प्यार करता है
शहर अब बेवफा नहीं रहा
ٹوٹ کر بھی دھڑکتا رہتاہے
دل سا کوئی وفادار نہیں دیکھا
टूटने पर भी धड़कता रहता है
मैंने किसी को वफादार नहीं देखा
نہ شوق دیدار نہ فکر جدائی
کتنے خوش نصیب ہوتے ہیں وہ لوگ جو محبت نہیں کرتے
न ब्याज न जुदाई
कितने भाग्यशाली हैं जो प्यार नहीं करते
دل تھا اکیلا اورغم تھے ہزار
افسوس اکیلے کو مل کے ہزاروں نے لوٹا
दिल अकेला था और दुःख एक हज़ार
काश, हजारों अकेले लौट आते
مجھے معلوم ہے تم خوش بہت ہو اس جدائی سے
اب خیال رکھنا اپنا ، تمہیں تم جیسا نہ مل جائے
मुझे पता है कि आप इस अलगाव से बहुत खुश हैं
अब ध्यान रखें कि आप की तरह खुद को न पाएं
بس اک بار درد دل کو ختم کردو
وعدہ کرتے ہیں پھر کبھی محبت نہیں کرینگے
बस एक बार दिल का दर्द दूर कर लो
फिर कभी प्यार न करने का वादा
غم بھی دئیے تو یوں کہ نہ واپس لئے کبھی
ان کے ہماری ذات پہ احسان ہی رہے
दुःख देने पर भी कभी पीछे मत हटो
वे हम पर दया करें
کوئی بات ہے جو کھوئے کھوئے سے رہتے ہو
کہیں لفظ محبت سے محبت تو نہیں کر بیٹھے
खो जाने के बारे में कुछ है
कहीं उन्हें प्यार शब्द से प्यार तो नहीं हो गया
مجھے بھی سکھادو بھول جانے کا ہنر
مجھ سے راتوں کو اٹھ اٹھ کر رویا نہیں جاتا
मुझे भी भूलने की कला सिखाओ
मैं रात में नहीं उठता और रोता हूं
موسم کی طرح بدلتے ہیں اس کے عہد
اوپر سے یہ ضد کہ مجھ پہ اعتبار کرو
इसकी ऋतुएँ ऋतुओं की तरह बदल जाती हैं
ऊपर से ज़िद मुझ पर भरोसा
جسم اس کا بھی مٹی کا ہے میری طرح
پھر کیوں میرا ہی دل تڑپتا ہے اس کے لئے
उसका शरीर भी मिट्टी जैसा है
फिर मेरा दिल इसके लिए क्यों तड़पता है
دھوکہ دینا تو محبت والوں کی رسم وفا ہے فراز
پھول خوشبو کے لئے ہوتے تو لوگ جنازے پہ نہ ڈالتے
कपट, फराज का एक अनुष्ठान है
यदि फूल इत्र के लिए थे, तो लोग उन्हें अंतिम संस्कार में नहीं डालेंगे
وہی اپنی طرز وفا رہی ، وہی انکی مشق جفا رہی
وہ ظلم کرتے ہیں اس طرح جیسے میرا کوئی خدا نہیں
वह अपनी शैली के प्रति वफादार रही, वह अपनी प्रैक्टिस में कायम रही
वे मुझे ऐसे प्रताड़ित करते हैं जैसे मेरा कोई ईश्वर न हो
کہتے تو جو دل کیا چیز ہے جاں بھی لٹا دیں گے
آج کہتے ہیں چھوڑدو ہاتھ میری عزت کا سوال ہے
अगर आप ऐसा कहते हैं, तो दिल क्या है?
आज वे कहते हैं कि आपका हाथ छोड़ना मेरे सम्मान का सवाल है
اب وہ یاد بھی آئے تو چپ رہتے ہیں
کہ آنکھوں کو خبر ہوئی تو برس جائیں گی
अब भले ही उन्हें याद हो, वे चुप रहते हैं
खबर सुनते ही आंखें भर आतीं
دل اس کا بھی تھا دل میرا بھی تھا ، فرق صرف اتنا تھا
وہ پتھر تھا جو سلامت رہا ، یہ شیشہ تھا جو ٹوٹ گیا
उसका दिल भी मेरा था, बस फर्क इतना था
वह पत्थर था जो बच गया, वह कांच था जो टूट गया
کم بخت مانتا ہی نہیں دل اسے بھلانے کو
میں ہاتھ جوڑتا ہوں تو وہ پاؤں پڑ جاتا ہے
दिल इसे भुलाने में यकीन नहीं रखता
जब मैं हाथ जोड़ता हूं, तो वह गिर जाता है
وہ کہتا ہے بتا تیرا درد میں کیسے سمجھوں
میں نے کہا عشق کر او ر کرکے ہار جا
वह कहता है कि मुझे अपना दर्द कैसे समझें
मैंने कहा प्यार और हार
سوکھے ہونٹوں پہ ہی ہوتی ہیں میٹھی باتیں
پیاس بجھ جائے تو لہجے بھی بدل جاتے ہیں
सूखे होंठों पर मीठे बोल हैं
जब प्यास बुझती है, तो लहजे भी बदलते हैं
عجیب بے بسی کا موسم ہے دل کے آنگن میں
ترس گئے ہیں تیرے ساتھ گفتگو کے لئے
यह दिल के आंगन में बेबसी का एक अजीब मौसम है
आपसे बात करने की लालसा
تو محبت کی روائیت سے نہ بچ پائے گا
جان لے گا کوئی جان سے پیارا بن کر
आप प्रेम की परंपरा से बच नहीं पाएंगे
किसी को जान से भी ज्यादा प्यारे होकर जान जाओगे
اس لہجے کے بدلنے کی کہانی کو سمجھ
اب اے دل اُسے چاہو تو تمہاری مرضی
स्वर के इस बदलाव की कहानी को समझें
अब, हे दिल, अगर तुम यह चाहते हो, तो आप करेंगे
تیرے بچھڑنے سے اور تو کچھ نہ ہو ا
وہاں اکثر درد رہتاہے جہاں کبھی دل ہوا کرتا تھا
आपके अलावा और कुछ नहीं हुआ
जहाँ दिल हुआ करता था वहाँ अक्सर दर्द होता है
وہ تیرا اک وعدہ محسن کہ ہم کبھی جدا نہ ہونگے
وہ قصہ میں سبھی کو سنا کر مسکراتاہوں
तुम्हारा, मोहसिन का यह वादा, कि हम कभी अलग नहीं होंगे
मैं उस कहानी को सुनकर मुस्कुराता हूं
وئی زنجیر نہیں پھر بھی گرفتار ہیں ہم
کیا خبر تھی کہ تمہیں ہنر بھی آتا ہے
हम जंजीर नहीं हैं, फिर भी हम गिरफ्तार हैं
क्या आप जानते हैं कि आप भी कौशल जानते हैं?
خود کلامی بھی عجیب ہوتی ہے
خو دسے باتیں اور تیری باتیں
यहां तक कि शब्द ही अजीब है
मेरे घावों में नमक रगड़ने की बात करो - डीओ!
اک شخص پابند کر گیا مجھے لمحوں کی قید میں
آنکھوں میں اپنی یاد کے پہرے بیٹھا گیا
एक आदमी ने मुझे एक पल के लिए कैद कर लिया
उसकी याद का पहरा उसकी आँखों में बैठ गया
کہاں ڈھونڈتے ہو تم عشق کو اے بے خبر
یہ خود ہی ڈھونڈ لیتاا ہے جسے برباد کر نا ہو
तुम प्रेम को कहां खोजते हो, हे अज्ञानी?
यह खुद को पाता है कि बर्बाद नहीं होना चाहिए
رواج تو یہی ہے دنیا کا مل جانا بچھڑ جانا
تم سے یہ کیسا رشتہ ہے نہ ملتے ہو ، نہ بچھڑتے ہو
यह दुनिया की परंपरा है
आपके साथ यह रिश्ता क्या है? आप मिलते नहीं हैं, आप टूटते नहीं हैं
نہ کر سکے ہم سوداگروں سے دل کا سود ا
لو گ ہمیں لوٹ گئے ،وفا کے دلاسے دیکر
हम व्यापारियों से दिल खोलकर ब्याज नहीं ले सकते थे
लोग निष्ठा के साथ हमें सांत्वना देते हुए हमारे पास लौटे
میں تم سے کچھ نہیں کہتا فقط اتنی گزارش ہے
کہ اتنی بار مل جاؤکہ جتنا یاد آتے ہو
मैं तुमसे कुछ नहीं कह रहा हूं, बस
जितनी बार याद कर सको, मिलो
ظلم یہ ہے کہ مسلسل تیری بیگاہ روی
لطف یہ کہ میں پھر بھی تجھے اپنا سمجھوں
क्रूरता आपकी निरंतर लापरवाही है
खुशी की बात यह है कि मैं अब भी आपको अपना मानता हूं
یقین اسکو نہیں آتا وضاحت میں نہیں کرتا
گزر جائے گی ساری عمر شاید امتحانوں میں
वह स्पष्टीकरण में विश्वास नहीं करता है
पूरी उम्र परीक्षाओं में गुजारेंगे
کیوں نہ سزا ملتی ہمیں محبت میں آخر ہم نے بھی تو بہت دل دکھائے تھے
हमें प्यार में सजा क्यों नहीं मिलती
आखिरकार, हमने भी बहुत दिल दिखाया
انتظارِ یار میں زندہ ہے خدایا ورنہ
کون جیتا ہے دنیا میں تماشا بن کر
ईश्वर प्रतीक्षा में जीवित है, अन्यथा
दुनिया में तमाशा बनकर कौन जीता है?
ग़रीब दिल के उजाड़ को देखो
क्या घर जो तुम्हारे हाथों से नष्ट हो गया!
وہ سادگی پہن کر بھی دل میں اتر گیا
اس کی ہر اک ادا میں عجب بھولپن سا تھا
वह सादगी से भी दिल में उतर गया
उनके प्रत्येक भुगतान में एक अजीब विस्मृति थी
تجھ سے پہلے بھی کئی زخم تھے سینے میں مگر
اب کے وہ درد ہے دل میں کہ رگیں ٹوٹتی ہیں
तुम्हारे पहले भी सीने में कई घाव थे
अब दिल में दर्द है कि नसें टूट जाती हैं
मोहसिन को तुम पर, अपने जुल्म पर गर्व नहीं है
कि आपको विश्वास करना, दुखी होना, दुखी होना सिखाया गया है
تمام دن میرے سینے میں جنگ کرتا ہے
وہ شخص جس کے مقدر میں خود کشی بھی نہیں
सारा दिन मेरी छाती में लड़ता है
एक व्यक्ति जो आत्महत्या करने के लिए किस्मत में नहीं है
خواہشوں کے زہر میں اخلاص کا رس گھول کر
وہ تو پتھر ہو گیا ، دو چار ہنس بول کر
इच्छाओं के जहर में ईमानदारी का रस घोल कर
वह कुछ देर के लिए हंसते हुए पत्थर की ओर बढ़ गया
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6 Comments
Very well written article, thank you very much
ReplyDeleteSurah Nasr-With English Urdu Translation
You have written a very helpful ARTICLE
ReplyDelete, I appreciate it if you continue to write in the same way and solve people's problems
You have written a very helpful article
ReplyDelete, I appreciate it if you continue to write in the same way and solve people's problems
ReplyDeletevery informational article
This comment has been removed by the author.
ReplyDeletePoetry like this really touches the heart. Sometimes, turning to prayer can bring peace too. You can check today’sLuton Prayer Times for a moment of reflection
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